Ads
Ads

पश्चिम बंगाल उपचुनाव: कांग्रेस और वाम दलों की राहें जुदा, वाम दलों ने पांच सीटों पर उतारे उम्मीदवार

पश्चिम बंगाल ,22 अक्टूबर। पश्चिम बंगाल की राजनीति में एक नया मोड़ आया है, जब कांग्रेस और वाम दलों ने उपचुनावों के लिए अलग-अलग रास्ते अपनाने का फैसला किया है। वामपंथी दलों ने पश्चिम बंगाल की पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि दोनों दलों के बीच मतभेद गहरा रहे हैं। यह विकास राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ की ओर इशारा करता है, जहां मुख्य विपक्षी दलों के बीच सामंजस्य की कमी साफ दिख रही है।

कांग्रेस और वाम दलों की साझेदारी का अंत?
पिछले कुछ वर्षों में, कांग्रेस और वामपंथी दलों ने पश्चिम बंगाल में मिलकर चुनाव लड़ा था, खासकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन के रूप में। लेकिन 2024 के आम चुनावों से पहले, उपचुनावों में दोनों दलों का अलग होना संकेत देता है कि इस साझेदारी में दरारें आ चुकी हैं।

वाम दलों ने पांच सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जो यह दिखाता है कि वे अब अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कांग्रेस की रणनीतियों और नीतियों के प्रति असंतोष प्रमुख है। दोनों दलों के बीच तालमेल बिठाने में विफलता और स्थानीय राजनीतिक समीकरण भी इसके कारण हो सकते हैं।